अगर आप भी अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो जान लीजिए यह गुरुमंत्र।

Starup India : अगर आप भी अपना नया स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं लेकिन आप नहीं जानते हैं कि स्टार्टअप को शुरू करने के लिए क्या-क्या जरूरी होता है और ऐसी कौन-कौन सी चीज हैं जो आपको स्टार्टअप शुरू करने के लिए सहायता कर सकती है तो आईए जानते हैं एक स्टार्टअप शुरू करने के लिए आपको क्या-क्या जरूरत पड़ेगी। 

Idea Generation : सबसे पहले आपको लोगों की समस्या को समझना होगा उसके बाद उसे समस्या का समाधान करना होगा और यही आपका बिजनेस मॉडल बनेगा जिसमें आप अपने पर्सनल एक्सपीरियंस इंडस्ट्रियल नॉलेज और मार्केट रिसर्च के जरिए इस आईडिया को एक बिजनेस के रूप में बदल सकते है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Market Research : आइडिया जेनरेशन के बाद में आपको आपके टारगेट मार्केट ,कस्टमर का माइंडसेट आपके कंपीटीटर और इंडस्ट्री के ट्रेंड को समझना होगा जिसके लिए आपको मार्केट में रिसर्च करनी होगी जिसके जरिए आप अपने आइडिया को वैलिडेट कर सकते हैं और इस मॉडल पर अपना बिजनेस तैयार कर सकते हैं।

यह भी पढ़े।

Startups Market Research 10 ऐसी वेबसाइट जो मार्केट रिसर्च में बहुत फायदेमंद होगी।

Create A Business Plan : इन सभी जरूरी बातों के बाद में आपको रिसर्च करने के बाद जो डाटा मिलता है उन्हें डाटा के आधार पर आपको बिजनेस के रूप में उन सभी डाटा का इस्तेमाल करना होगा जिसमें स्टार्टअप मिशन ,स्टार्टअप के टारगेट ,रिवेन्यू मॉडल मार्केटिंग स्ट्रेटजी क्या होगी ,ऑपरेशनल प्लान क्या होंगे फाइनेंस की व्यवस्था कैसी होगी बिजनेस को शुरू करने के लिए रिस्क क्या-क्या होंगे टीम कैसे बनेगी और एक्सपर्ट लोगों को टीम में कैसे शामिल करेंगे यह सभी बातें बिजनेस प्लान में आपको मदद कर सकती है।

Legal Structure And Registration : लीगल स्ट्रक्चर और रजिस्ट्रेशन में आपको अपने स्टार्टअप के लिए किस तरीके की कंपनी जैसे प्रोपराइटरशिप ,पार्टनरशिप ,एलएलपी, प्राइवेट लिमिटेड , (e.g., sole proprietorship, partnership, LLP, private limited company )जैसे बिजनेस आर्गेनाईजेशन के लिए डिसीजन लेना होगा ताकि आप अपनी कंपनी को एक सही फॉर्म में रजिस्टर्ड कर सके इसके लिए आपको मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉरपोरेट अफेयर्स की वेबसाइट पर जाकर कंपनी के लिए नाम सर्च करने होंगे। 

Funding : आपकी स्टार्टअप को शुरू करने के लिए फंड्स कहां से आएंगे इसका आपको अच्छे से ध्यान रखना होगा जैसे एक स्टार्टअप को शुरू करने के लिए आप खुद से अपने पैसे निवेश करेंगे या अपने रिश्तेदार दोस्तों से लेंगे इन सभी के लिए आपको प्लानिंग करनी होगी और अगर आपका बिजनेस थोड़ा बड़ा है तो आप (Bootstrapping, Angel Investors, Venture Capital) एंजल इन्वेस्टर ,वेंचर कैपिटल और गवर्नमेंट स्कीम्स की तरफ भी जा सकते हैं।

यह भी पढ़े।

Mudra Loan Scheme 2024 : छोटे उद्योगों का सहारा बिना गारंटी 1-10 लाख तक का लोन।

Built A Prototype/ MVP : अब आपको अपने बिज़नेस के लिए एक ऐसा प्रोडक्ट तैयार करना होगा जो मिनिमम वायबल minimum viable product (MVP) प्रोडक्ट हो ताकि जिस प्रोडक्ट के जरिए आप बाजार का अनुभव और लोगों का रिव्यू ले सके ताकि आपका प्रोडक्ट बाजार में टेस्ट हो सके जिससे आपको जो फीडबैक मिलेगा उसके जरिए आप प्रोडक्ट में लगातार सुधार करते रहेंगे और आपके पास डाटा भी आएगा कि आपके प्रोडक्ट को सबसे पहले कौन लोग खरीद रहे हैं और वह क्या उम्मीद करते हैं आपके प्रोडक्ट से ताकि उनकी समस्या का समाधान हो सके इस तरीके से आप निरंतर एक अच्छे प्रोडक्ट को डेवलप कर पाएंगे।

Brand Identity And Marketing : आपको अपने स्टार्टअप के लिए मजबूत ब्रांड आइडेंटिटी के लिए मार्केटिंग स्ट्रेटजी पर ध्यान देना होगा साथ ही अपने satarups के लिए Logo, Website, Social media pages बनाने होगे और अपने टारगेट कस्टम तक पहुंचना होगा जिसके लिए ऑर्गेनिक और paid marketing का सहारा लेना होगा।

Team Building : एक बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है उसे बिजनेस को आकार देने के लिए क्या आपके पास अच्छी टीम और काबिल लोग हैं तो इसके लिए आपको पूरी टीम को स्किल और उनकी एक्सपर्टीज के तौर पर उन्हें टीम में शामिल करना होगा ताकि आप अपने टीम मेंबर की योग्यता के आधार पर उन्हें काम दे सके और वह उन्हें कर सके साथ ही आप ऐसे प्लेटफार्म के जरिए उन लोगों को ढूंढ सकते हैं जो घर से काम करते हैं यानी फ्रीलांसर ताकि आप कम पैसों में एक्सपट्र्स लोगों को हायर कर सके। 

Launch And Iterate : इन सभी के बाद में आपको अपना प्रोडक्ट या सर्विस मार्केट में लॉन्च करना होगा और अपने प्रोडक्ट के लिए फीडबैक प्राप्त करने होंगे ताकि आपको पता चल सके कि आपका कस्टमर उसे सर्विस या प्रोडक्ट से खुश हैं या उसमें वह किस तरीके का सुधार चाहते हैं इसके बाद जो रिव्यू और फीडबैक आपको मिलते हैं उनके आधार पर प्रोडक्ट को लगातार इंप्रूव करते रहना होगा और इंप्रूवमेंट के बाद में आपको कस्टमर फीडबैक पर ध्यान देना होगा की मार्केट में इंप्रूवमेंट के बाद में आपके प्रोडक्ट का इंपैक्ट आपके कस्टमर पर क्या पढ़ रहा है जिसके लिए आप एनालिटिक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

Legal Compliance : उसकी बात में जब आप अपना बिजनेस शुरू कर देते हैं तो आपको सबसे पहले जी बिजनेस या प्रोडक्ट या सर्विस में आप काम करने वाले हैं उसके लिए पर्याप्त लाइसेंस और रेगुलेशन के नियमों को समझ कर सभी दस्तावेज प्राप्त कर ले साथ ही साथ आपके प्रोडक्ट या सर्विस पर लगने वाले जीएसटी और सभी तरह के टैक्स को अच्छी तरह समझ ले साथी अपने प्रोडक्ट और सर्विस से जुड़े सभी तरीके की इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट प्रोटक्शन को भी समझ ले जैसे आपको कॉपीराइट ट्रेडमार्क या पेटेंट किस तरह की की आवश्यकता है उन्हें प्राप्त कर ले।

यह भी पढ़े।

CGTMSE योजना क्या है और बिजनेस को बढ़ाने में इसका क्या योगदान है

Scale And Growth : इन सभी स्टेप्स को करने के बाद में जब आपका बिजनेस थोड़ा चलने लगे तो आपको उनमें रेवेन्यू कैसे जनरेट करना है बिजनेस को आगे कैसे बढ़ता है ऑपरेशंस को ऑटो मोड में कैसे कंप्लीट करने हैं साथ ही साथ अपने कस्टमर बेस को कैसे बढ़ता है नए मार्केट को कैसे खोजना है और बाजार में जो अपॉर्चुनिटी है उसे कैसे अपने बिजनेस की ग्रोथ को हासिल करने के लिए प्रयोग करना है।

Leave a Comment